Description
बाली:युग युगांतर प्रतिशोध
लेखक-देवेन्द्र पाण्डेय
हार्डबाउन्ड संस्करण
एक भीषण आतंकवादी हमले के पश्चात कुछ निष्क्रिय संगठन पुन: सुप्तावस्था से बाहर आ गये और आरंभ हो गई भीषण नरसंहारो की एक अघोषित श्रृंखला जिसने देश के साथ-साथ सम्पूर्ण विश्व को हिला कर रख दिया। इस श्रृंखला से एक रहस्यमयी योद्धा ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई जिसकी जड़ें प्राचीन भारत की गाथाओं से जुड़ी हुई थी, वह जिस उद्देश के लिए प्रतिबद्ध था उसने समूचे विश्व की धारणाओं एवं इतिहास के साथ-साथ वर्तमान और भविष्य तक को बदल कर रख दिया। सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग तक छिपा हुआ एक रहस्य, एक ऐसी शक्ति, जो सम्पूर्ण विश्व के साथ-साथ एक समूचे युग को परिवर्तित करने की क्षमता रखती थी। जातियों-प्रजातियों के मध्य अस्तित्व की महीन सीमा रेखा के मिथकों को जिसने बिखेर कर रख दिया।
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