Description
आग सीरीज़ – संयुक्त संस्करण
लेखक- परशुराम शर्मा
पहली आग + दूसरी-तीसरी आग + आग और शोले
Pages: 470
सिर्फ अठठारह वर्ष की उम्र में परशुराम शर्मा की कलम से निकली एक ऐसी रचना जिसने रातोंरात सम्पूर्ण भारत में उनके नाम की वाहवाही फैला दी थी । उपन्यास व्यापार में पहली बार ऐसा मौका आया था जब कोई उपन्यास ब्लैक में बिकने लगा था । प्रस्तुत है 3 खंडो में फैली शुरू से अंत तक आग की तरह धधकती एक रक्तिम गाथा ।
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