Description
मुर्दे की जान खतरे में
लेखक – अनुराग कुमार जीनियस
पृष्ठ : 254
मुबारक सिंह शहर का एक मशहूर बिजनेसमैन था जो अपने दोस्त इकबाल के साथ पार्टनरशिप में एक फाइव स्टार होटल चलाता था। सब कुछ अच्छा चल रहा था पर एक सपना था जिसने मुबारक सिंह को परेशान कर रखा था। सपने में उसे एक भयानक शक्ल वाला मुर्दा दिखता था और उस मुर्दे ने ही उसकी रातों की नींद दिन का चैन खराब कर दिया था। पर वह यह सोचकर तसल्ली कर लेता था कि वह महज सपना ही था। मगर एक रात उसका सपना सच हो गया। वह भयानक शक्ल वाला मुर्दा उसके सामने आ खड़ा हुआ।
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